Read this article in Hindi to learn about the structure of bacteria, explained with the help of suitable diagram.

पहचान एवं वर्गीकरण:

बैक्टीरिया अतिसूक्ष्म मोनेरा जीव हैं । इनका शरीर प्रोकैरियोटिक कोशिका होता है ।

वर्गीकरण में इनका स्थान निम्नानुसार है:

जगत – मोनेरा-जगत् (प्रोकैरियोटिक कोशिकाधारी जीव)

संघ – साइजोमाइसिटीज (सभी प्रकार वेन बैक्टीरिया)

वर्ग – युबैक्टीरिया (कोशिका-भित्ति से घिरी कोशिका जिसमें व्यवस्थित केन्द्रित नहीं होता)

टिप्पणी:

(i) बैक्टीरिया अत्यन्त कम जीव होते हैं । (इनका व्यास 3 माइक्रॉन से कम एवं साइज 1 से 80 माइक्रॉन तक हो सकता है ।) ये गोलाकार, दण्डाकार एवं सर्पिलाकार हो सकते हैं ।

(ii) इनकी कोशिका प्रोकैरियोटिक प्रकार की होती है अर्थात् न्यूक्लीक  अम्ल जीवद्रव्य में बिखरे होते हैं, व्यवस्थित रूप से केन्द्रक-झिल्ली (nuclear membrane) से घिरा केन्द्रक नहीं होता ।

(iii) कुछ बैक्टीरिया कशाभ-धारी (flagellated) होते हैं ।

(iv) कोशिका एक दृढ़ कोशिका-भित्ति से घिरी होती है । कोशिका-भित्ति से घिरी वनस्पति-कोशिकाओं की तरह सेलूलोज की न होकर पेप्टिडोग्लाइकेन की बनी होती है ।

(v) प्लॉंस्टिड नहीं होते ।

(vi) अलैंगिक जनन असूत्री विभाजन (amitosis) विधि से होता है ।

(vii) भूमि, जल, वायु सभी स्थानों पर मिलते हैं तथा सामान्यतया 75-80 सें॰ से लेकर – 190 सें. पर भी जीवित रह लेते हैं ।

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