Read this article in Hindi to learn about the three main types of mammals. The types are: 1. Rabbit 2. House Rat 3. Mole.

Type # 1. खरगोश (Rabbit):

पहचान एवं वर्गीकरण:

खरगोश एक मध्यम आकार का अत्यन्त सुन्दर स्तनधारी है । खुले मैदानों में रहने के अलावा ये पालतू भी होते हैं ।

इनका वर्गीकरण निम्नानुसार है:

जगत – जन्तु-जगत्(बहुकोशिकीय, विषमपोषी जन्तु)

संघ – कॉर्डेटा (भ्रूणावस्था में नोटोकॉर्ड एवं फेरिन्जियल गिल तथा जीवन पर्यन्त नलीनुमा पृष्ठ तन्त्रिका-तन्त्र उपस्थित)

वर्ग – ममेलिया अर्थात् स्तनधारी (त्वचा पर बाल, सिर पर बाहरी कान एवं धड़ में स्तनों की उपस्थिति)

वंश – ओरिक्टोलेगस (Oryctolagus)

जाति – क्यूनिक्यूलस (Cuniculus)

टिप्पणी:

(1) खरगोश सरल स्वभाव के सुन्दर जन्तु होते हैं । ये घास के खुले मैदानों में बिल एवं सुरंगें बनाकर समूह में रहते हैं ।

(2) खरगोश शाकाहारी एवं रात्रिचर होते हैं । ये अत्यधिक तेज गति (30-40 किमी. प्रति घण्टा) से दौड़ सकते हैं ।

(3) खरगोश लगभग 1.5 फुट लम्बे होते हैं । त्वचा पर बालों का मोटा फर (fur) होता है । ये सफेद मटमैले रंग के होते हैं । पालतू खरगोश कई रंग के होते हैं ।

(4) शरीर सिर, गर्दन, धड़ एवं पूँछ भागों में विभक्त रहता है । धड़ पुन: वक्ष एवं उदर क्षेत्रों में बँटा होता है ।

(5) थूथन निकला सिर बड़ा होता है । ऊपरी होंठ नासाछिद्रों के बीच पूँछों के समान बड़े बाल होते हैं । ऊपरी ओंठ बीच से कटा होता है अत: अन्दर के कृन्तक (incisors) दिखाई देते हैं । सिर पर नेत्रों के अलावा दो बड़े-से कान होते हैं जिन्हें सभी दिशाओं में घुमाया जा सकता है ।

(6) गर्दन छोटी होती है ।

(7) वक्ष एवं उदर के मध्य अधर सतह पर 4-5 जोड़ी स्तन होते हैं । स्तन के चूषक (teats) मादाओं में विकसित एवं क्रियाशील होते हैं । शिशु खरगोश इनसे दूध पीते हैं ।

(8) उदर के पिछले सिर पर जहाँ से पूँछ निकलती है, गुदा-छिद्र होता है । गुदा के नीचे नर में दो वृषणकोष एवं एक शिश्न (penis) होते हैं जबकि मादा में योनि-द्वार (vulva) होता है ।

(9) धड़ में अगली एवं पिछली टाँगे होती हैं । अगली टाँगों में पाँच एवं पिछली में चार नखरयुक्त उँगलियाँ होती हैं । हथेली एवं तलुए गद्दीदार होते हैं । अगली टाँगों का उपयोग सुरंग खोदने में किया जाता है ।

(10) खरगोश आर्थिक महत्व के हैं । इनकी त्वचा से अनेक वस्तुएँ बनती हैं एवं माँस खाया जाता है । ये फसलों को हानि पहुँचाते हैं ।

Type # 2. घरेलू चूहा (House Rat):

वर्गीकरण:

संघ – कॉर्डेटा (Chordata)- जीवन के किसी अवस्था में पृष्ठ-रज्जू ।

वर्ग – मैमेलिया (Mammalia) रोममय त्वचा, स्तनधारी ।

गण – रोडेन्शिया (Rodentia)- कृन्तक दन्त ऊपरी जबड़े में 1 जोड़ी ।

वंश – रेट्‌स (Rattus)

टिप्पणी:

(1) यह लगभग सभी घरों एवं अनाज के गोदामों में पाया जाता है ।

(2) इसका शरीर भूरे रंग के बालों से ढँका रहता है ।

(3) इसके थूथन पर मूँछ जैसे बड़े-बड़े बाल होते हैं ।

(4) वक्ष के अधर सतह पर स्तन होते हैं । मादा में स्तन अधिक विकसित होते हैं ।

(5) मुख में दाँत अलग-अलग प्रकार के होते हैं । कुल 16 दाँत होते हैं ।

(6) हाथ एवं पाँव दोनों की अंगुलियाँ नखरयुक्त होती हैं ।

(7) यह मनुष्य का शत्रु है क्योंकि अनाज नष्ट करने के अतिरिक्त यह प्लेग फैलाता है ।

Type # 3. छछूंदर (Mole):

वर्गीकरण:

संघ- कॉर्डेटा- जीवन की किसी अवस्था में पृष्ठ रज्जू ।

वर्ग- मैमेलिया- रोमयुक्त त्वचा, स्तनधारी ।

गण- इन्सेक्टीवोरा (Insectivora)- कीट भक्षी ।

वंश- कॉर्सिडुरा (Corcidura)

टिप्पणी:

(1) यह घरेलू चूहे की तरह घरों में बिल बनाकर रहता है ।

(2) यह निशाचर होता है एवं मांसाहारी है । छोटे-छोटे कीटों का भक्षण करता है ।

(3) इसका शरीर लगभग 15 से.मी. लम्बा एवं गहरे भूरे रंग का होता है ।

(4) इसका प्रोथ (snout) चूहे की अपेक्षा लम्बा एवं नुकीला होता है ।

(5) नेत्र अत्यन्त छोटे होते हैं एवं बाह्य कर्ण स्पष्ट नहीं दिखाई देते हैं ।

(6) हाथ एवं पाँव छोटे-छोटे होते है । प्रत्येक में नखरयुक्त पाँच पादांगुलियाँ होती हैं । ये बिल बनाने के लिए उपयुक्त होती हैं ।

(7) पूँछ बहुत लम्बी होती है ।

(8) दांत बहुत तीखे एवं नुकीले होते हैं ।

(9) कीट भक्षी होने के कारण घरेलू हानिकारक कीटों को नष्ट करते हैं अत: मनुष्य के लिए उपयोगी होते हैं ।

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