Read this article in Hindi to learn about the preparation of animal tissue slide.

जन्तु-ऊतकों अध्ययन जीवित जन्तु के मटेरियल से करना बेहतर होता है किन्तु कुछ गतिविधि जैसे पेशी-तन्तु एवं तंत्रिका- कोशिका परिरक्षित जन्तु से भी किया जा सकता है । यहाँ आपको शल्काभ एपीथीलियम, मेंढक या मानव-रक्त, पेशी-तन्तु एवं तंत्रिका-कोशिका के अध्ययन हेतु अस्थाई स्लाईड निर्माण विधि बतलाई जा रही है । यदि ये साधन उपलब्ध न हों तो इन ऊतकों की स्थाई स्लाईडें देख सकते

हैं ।

शल्काभ एपीथीलियम (Squamous Epithelium):

प्राप्ति-स्थान:

इस प्रकार का एपीथीलियम त्वचा की बाह्य सतह पर, देहगुहीय स्तर, पेरिटोनियम (peritoneum) एवं रुधिर वाहिनियों के आतरिक स्तर पर पाया जाता है ।

विधि:

अचेत मेंढक को लेकर उसे कुछ समय के लए एक जल से भरे जार में छोड़ दीजिए । लगभग 15-20 मिनिट के पश्चात् त्वचा के छोटे-छोटे श्वेत टुकड़े जल में तैरते हुए दिखलाई पड़ेंगे इन टुकड़ों को सावधानीपूर्वक चिमटी अथवा ब्रश अथवा ड्रापर की सहायता से निकाल कर 10-15 बूँद अभिरंजक इओसिन से भरे वाच ग्लास में रखिए ।

लगभग दो मिनट पश्चात् टुकड़े लाल रंग के दिखलाई देंगे । इन टुकड़ों को एक स्लाईड पर रख कर उन पर 1-2 बूँद जल डालकर उन्हें धो डालिए । अब इस अभिरंजित एवं घुले हुए त्वचा की बाह्य सतह के टुकड़ों को साफ की गई स्लाईड के मध्य में रखकर ग्लिसरीन एवं कव्हर स्लिप से आरोपित कर लीजिए ।

निरीक्षण:

स्लाइड बनाने के पश्चात् इसे सूक्ष्मदर्शी में देखिए । आप देखेंगे कि कोशिकाएँ पतली एवं चपटी होती हैं एवं इनका आकार मकानों में लगे फर्श पर ही टाइलों (tiles) के समान है । इनका चित्र अपनी पुस्तिका में बनाइये ।

रुधिर की स्लाइड (Blood Smear):

प्राप्ति-स्थान:

हृदय अथवा रुधिर वाहिनियाँ

विधि:

(1) अचेत किए हुए विच्छेदित मेंढक के हृदय को थोड़ा छेद दीजिए । अब ड्रॉपर से हृदय में से रुधिर लेकर एक स्वच्छ की गई स्लाइड (A) के एक कोने पर एक दो बूँद रखिए। (देखिए आकृति 5.55 अ)

(2) एक दूसरी स्लाइड (B) लीजिए एवं आकृति 5.55 आ के अनुसार उसे 60का कोण बनाते हुए रक्त के धब्बे वाली स्लाइड पर रखिए ।

(3) अब आकृति 5.55 आ के अनुसार ऊपर वाली स्लाइड (B) को तीर की दिशा में शीघ्रता से घुमाइए ।

(4) आप देखेंगे कि रुधिर का धब्बा स्लाइड (A) पर एक पतली फिल्म की तरह फैल गया है । (देखिए आकृति 5.55 इ)

(5) इस रुधिर की फिल्म पर अब्सोलूट अल्कोहल की कुछ बूदॅं डालिए ।

(6) अब चौड़े मुँह वाली हीमेटॉक्सिलीन की बोतल में स्लाइड को चिमटी से पकड़कर एक-डेढ़ मिनिट डुबोइये ।

(7) स्लाइड को रंगने के पश्चात् बाहर निकालकर जल से भरी चौड़े मुँह वाली बोतल में डुबाकर तुरन्त बाहर कीजिए ।

(8) अब कुछ बूँदे ग्लिसरीन की लोकर स्लाइड पर फैलाइये एवं एक आयताकार कव्हर स्लिप से रुधिर फिल्म को ढंकिए ।

निरीक्षण:

इस स्लाइड को सूक्ष्मदर्शी से देखने पर आप देखेंगे कि उसमें रुधिर फ्लैज्मा में अनेक रुधिर कणिकाएँ दिखलाई देती हैं । इनमें से छोटी किन्तु संख्या में अनेक कणिकाएँ लाल रक्त कणिकाएँ हैं । ये अंडाकार होती हैं । इन लाल रक्त कणिकाओं (R.B.C.) के बीच-बीच एक-दो अनिश्चित आकार एवं अपेक्षाकृत बड़ी श्वेत रक्त कणिकाएँ (W.B.C.) दिखलाई देती हैं ।

टीप:

यदि चाहें तो इसी विधि से स्वयं के रक्त की स्लाईड भी बना सकते हैं । ऐसी स्थिति में बायें हाथ की तर्जनी ऊँगली के पोर को साफ सुई से पंक्चर कर रक्त की दो बूंद ले लें । ऊँगली पर स्प्रिट का फोया रखें एवं कुछ देर दबाकर रखें ।

अरेखित पेशी-तन्तु (Unstriated Muscle Fibres):

प्राप्ति स्थान:

आहार नाल, मूत्राशय, मूत्रवाहिनी एवं रुधिर वाहिनियाँ ।

विधि:

इन पेशी तंतुओं की स्लाइड बनाने के लिए अचेत मेंढक का मूत्राशय सर्वाधिक उपयुक्त अंग होता है । मूत्राशय की भित्ति का एक छोटा-सा आयताकार टुकड़ा (1 सेमी. x 2 सेमी.) काट लीजिए । इस टुकड़े को स्लाइड पर रखकर उस पर दो बूँद इओसिन की डालिए । अब दो सुइयाँ लेकर उस टुकड़े को हल्के से चीर-फाड़कर (teasing) लम्बवत् तन्तु अलग-अलग कीजिए ।

1-2 मिनिट के पश्चात् कुछ तन्तु लेकर एक बूँद जल से शीघ्रता से धोकर उसे स्वच्छ स्लाइड के मध्य में रखकर ग्लिसरीन की बूँद डालकर कव्हर स्लिप से रुकिए । यदि हीमेटॉक्सिलिन स्टेन भी उपलब्ध हो तो ग्लिसरीन डालने के पूर्व स्लाइड पर इस स्टेन को भी डालकर कुछ देर बाद जल से धोकर फिर ग्लिसरीन डालें एवं कव्हर कर अवलोकन करें ।

निरीक्षण:

आप देखेंगे कि प्रत्येक पेशी-तंतु तर्कुरूपी (spindle shaped) है एवं दोनों सिरे नुकीले हैं । प्रत्येक तंतु के मध्य में एक केन्द्रक है एवं बाहर से सार्कोलेमा नामक आवरण से घिरा है । तंतु के भीतर अनेक समानान्तर दौड़ते हुए अनेक पेशी तन्तुक (myofibrils) हैं ।

रेखित पेशी तन्तु (Strated Muscle Fibres):

प्राप्ति-स्थान:

जाँघ, भुजा इत्यादि की पेशियाँ

विधि:

मेंढक की जाँघ (thigh) क्षेत्र को खोलकर चिमटी एवं चाकू की सहायता से पेशियों का छोटा-सा टुकड़ा लेकर जल से भरे वाच-ग्लास में रखिए । अब दो सुइयाँ लेकर उन्हें भी हलके से चीर-फाड़कर (teasing) उनके पेशी तंतुओं को पृथक कीजिए । अब कुछ तंतु लेकर उन्हें इओसिन से 1 -2 मिनट तक रँगिए । इन अभिरंजित तंतुओं को स्लाइड के मध्य में रखकर ग्लिसरीन की बूँद डालकर कव्हर स्लिप से ढँकिए । हीमेटॉक्सिलिक स्टेन का उपयोग यहाँ भी किया जा सकता है ।

निरीक्षण:

इस स्लाइड को सूक्ष्मदर्शी में देखिए । आप देखेंगे कि तन्तु लम्बे एवं बेलनाकार हैं । ये तन्तु भी बाहर से सार्कोलेमा से घिरे हैं । भीतर सार्कोप्लाज्म में अनेक पेशी तन्तुक हैं । ये पेशी तन्तुक अरेखित पेशियों से कुछ भिन्न हैं । इन तन्तुओं में आड़ी गहरे रंग की पट्टियाँ कुछ अंतराल से स्थित हैं । केन्द्रक भी अनिश्चित आकार के यहाँ-वहाँ फैले रहते हैं ।

तंत्रिका-कोशिका:

तंत्रिका-कोशिका देखने के लिए अचेत मेंढक अथवा परिरक्षित मेंढक के सिर के पृष्ठ भाग से खोपड़ी (cranium) को खोलकर उसमें मस्तिष्क (brain) देखें । मस्तिष्क के अग्रभाग से थोड़ा-सा ऊतक उठाकर एक वाच-ग्लास में रखें । अब उसमें थोड़ा-सा इयोसिन डालें । दो मिनिट पश्चात् उस भाग को जल से धोकर उस पर हीमेटॉक्सिलिन की दो बूंदें डालें ।

दो मिनिट पश्चात् उसे भी जल से धोकर उस पर ग्लिसरीन की दो बूँदें डालकर ककर ग्लास से ढँक दे । अब कव्हर ग्लास को ऊपर से फोरसेप्स के पिछले भाग से हल्का सा ठोकें ताकि तंत्रिका-ऊतक थोड़ा बिखर जाए एवं कोशिकाएँ स्वतंत्र हो जाएँ ।

अवलोकन:

इस स्लाईड को 40 x के ऑब्जेक्टिव अर्थात् हाई पावर में देखें एवं तंत्रिका-कोशिकाओं की रचना का अध्ययन करें ।

टीप:

उक्त स्लाईड कॉकरोच के मस्तिष्क से भी बनाई जा सकती है । कॉकरोच के नेत्रों के बीच थोड़ी-सी त्वचा फोरसेप्स से हटाकर दो गोलाकार सफेद रचनाएँ देखें । यही मस्तिष्क है । अब मस्तिष्क निकालकर वाच ग्लास में रखकर उसे इयोसिन अथवा मिथिलिन ब्ल्यू स्टेन से रंगे । कुछ देर पश्चात् मटेरियल को जल की बूंदों से धोकर उस पर ग्लिसरीन डालें तथा कव्हर करें । अब ऊपर से हल्का-सा दबाएँ एवं सूक्ष्मदर्शी में अवलोकन करें ।

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