Read this article in Hindi to learn about the relationship between nervous system and endocrine system.

तन्त्रिका तन्त्र (Nervous System) का सबसे महत्वपूर्ण भाग मस्तिष्क (Brain) होता है, यह हम सब जानते हैं । तन्त्रिका तन्त्र अन्त: स्रावी तन्त्र (Endocrine system) के साथ अन्त: क्रिया करता है, एवं मानव व्यवहार तथा अनुभूति को अधिकांशत: प्रभावित करता है ।

अन्त: स्रावी ग्रन्थियों (Endocrine System) से हॉर्मोन्स निकलने के कारण ही व्यक्ति के व्यवहारों पर प्रभाव पड़ता है । तन्त्रिका तन्त्र की भाति अन्त स्रावी तन्त्र का मूरल कार्य शरीर के एक हिस्से से दूसरे हिस्से तक सूचनाओं को प्रवाहित करता है ।

तन्त्रिका तन्त्र यह कार्य तन्त्रिका आवेग (Nervous Impulse) के द्वारा जबकि अन्त: स्रावी तन्त्र यही कार्य हॉर्मोन्स के द्वारा करता है । मस्तिष्क में सक्रियता बढ़ने के कारण यही हॉर्मोन्स होते हैं, जो कि अन्त स्रावी ग्रथियों से निकलते हैं । अन्त:स्रावी ग्रन्थियाँ भी मस्तिष्क के अन्दर होने वाली क्रियाओं से प्रभावित हो जाती है ।

जिसके कारण ये संयुक्त प्रक्रियाएँ मानव व्यवहार पर प्रभाव डालती हैं । उदाहरण के लिए, द्वन्द्वात्मक अवस्था में नकारात्मक व्यवहार (Negative Feeling) की उत्पत्ति होती है, जिसके कारण शीघ्रता के साथ शरीर के भीतर तनाव हॉर्मोन (Stress Hormones) उत्पन्न होने लगता है, और व्यक्ति उस पर नियन्त्रण पाने के लिए तरह-तरह के उपयुक्त व्यवहार करना प्रारम्भ कर देता है ।

इस प्रकार तन्त्रिका तन्त्र आदेश द्वारा सूचनाओं को तेजी से संचारित करने लगता है । मस्तिष्क के विषय में सबसे अधिक आश्चर्यजनक तथ्य यह है, कि इसमें मानव व्यवहार एवं विचार को दिशा प्रदान करने की योग्यता होती है । इसके बारे में ऐसी धारणा है, कि मानव मस्तिष्क का विकास करोड़ों वर्षो में हुआ जो कि निम्न स्तर के पशुओं के मस्तिष्क से विकसित हुआ था ।

विकास का यह क्रम इसके प्राचीन स्वरूप से आधुनिक स्वरूप सम्बन्धी मस्तिष्क संरचनाओं के विषय में ज्ञान कराता है । उपवल्कुटीय तन्त्र, मस्तिष्क स्तम्भ एवं अनुमस्तिष्क प्राचीनतम संरचनाएँ हैं, जबकि विकास के क्रम में प्रमस्तिकीय वल्कुट नवीनतम परिवर्धन हैं ।

लगभग 100 अरब तन्त्रिका कोशिकाएँ वाले एक वयस्क मस्तिष्क का भार लगभग 136 कि.ग्रा. होता है, कि विशिष्ट कार्य करते हैं । मस्तिष्क के क्रमिक परीक्षण से ज्ञात हुआ है, कि कुछ मानसिक प्रकार्य मस्तिष्क के विभिन क्षेत्रों में वितरित होते हैं, किन्तु अनेक गतिविधियाँ केन्द्रित भी होती हैं । उदाहरण के लिए, मस्तिष्क का पश्चकपाल पालि (Occipital Lobe) दृष्टि के लिए विशिष्ट क्षेत्र होता है ।

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